विजेता संधि का आह्वान करते हैं।

संधियों की शुरूआत विजेताओं से होती है। किसी देश, या संयुक्त राष्ट्र में एक उच्च पदाधिकारी, या हर महिला की संधि जैसे एडवोकेट्स का गठबंधन विचार को प्रस्तुत करता है। इसके बाद, एक सहयोगात्मक प्रक्रिया का पदार्पण होता है।

कार्यशील समूह का गठन किया जाता है और कार्य आरम्भ होता है।

संधि के कार्यशील समूह द्वारा शोध किया जाता है, चर्चाएं की जाती हैं, तथा इस बात पर वाद-विवाद किया जाता है कि संधि में किन बातों को शामिल किया जाना चाहिए तथा एक केंद्रीय आधार (प्लेटफॉर्म) को विकसित किया जाता है- भाषा और अवसंरचना जिसका उपयोग मसौदा तैयार करने की प्रक्रिया के दौरान किया जाएगा।

हम यहाँ हैं

संधि संबंधी कूटनीति की शुरूआत होती है तथा सार्वजनिक अभियान की शुरूआत की जाती है।

संधि विजेता अग्रणी देश – वे देश जो संधि के अग्रदूत की भूमिका निभाते हैं, बनने पर राष्ट्रों के साथ चर्चा की शुरूआत करते हैं।

संधि की विषय वस्तु का मसौदा तैयार करने के लिए अनेक बैठकों का आयोजन किया जाता है।

हालांकि प्रक्रिया भिन्न-भिन्न होती है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र निकाय, जैसे आम सभा, मानवाधिकार परिषद् या विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा संधि का समर्थन करते हुए, संकल्प जारी किया जाता है, तथा फिर पाठ को विभिन्न बैठकों में विकसित किया जाता है।

संयुक्त राष्ट्र निकाय द्वारा संधि की भाषा को अंगीकार किया जाता है।

सामान्य रूप से, संयुक्त राष्ट्र निकाय में संकल्प के माध्यम से संधि पाठ को अंगीकार किया जाता है। किसी संधि को ऐसे सम्मेलन के माध्यम से भी अपनाया जा सकता है जिसे इस विशिष्ट उद्देश्य से आयोजित किया जाता है।

संधि पर हस्ताक्षर के लिए आमंत्रित किया जाता है

जब पाठ को अंगीकार कर लिया जाता है, राज्य (अर्थात राष्ट्र) उसके हस्ताक्षरकर्ता सदस्य बन सकते हैं। किसी देश से संबंधित पक्ष, वह देश होता है जिसने संधि की बाध्यताओं के प्रति सहमति व्यक्त की है, विशिष्ट रूप से देश के घरेलू कानून के अंतर्गत ऐसा अभिपुष्टि के माध्यम से किया जाता है।